
बिलासपुर रेल हादसे के बाद रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है। ताज़ा मामला कोटमी सोनार और जयराम नगर स्टेशन के बीच सामने आया, जहां एक ही ट्रैक पर दो मालगाड़ियां और एक यात्री ट्रेन आमने-सामने आ गईं। स्थिति इतनी खतरनाक थी कि यात्रियों में अफरा-तफरी फैल गई और कई लोग डर के कारण ट्रेन से नीचे उतर गए। हालाँकि समय रहते ट्रेनों को रोक लिया गया, जिससे बड़ा हादसा टल गया।
यह घटना उस समय हुई है जब मंगलवार को कोरबा से बिलासपुर आ रही लोकल ट्रेन खड़ी मालगाड़ी से टकराने की घटना की जांच अभी जारी है। उस हादसे में इंजन और दो डिब्बे मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गए थे, जिसमें ट्रेन चालक विद्यासागर की मौत हो चुकी है और असिस्टेंट लोको पायलट रश्मि सिंह गंभीर रूप से घायल हैं। 11 यात्रियों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 20 से अधिक घायलों का इलाज जारी है।
लगातार दो दिनों में रेल सुरक्षा में खामी उजागर होने से यात्रियों में दहशत बढ़ गई है और रेलवे प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। फिलहाल रेलवे ने दोनों घटनाओं की जांच के आदेश दिए हैं और रूट सेफ्टी सिस्टम की समीक्षा शुरू कर दी है।













